
पटना
यूट्यूबर मनीष कश्यप ने बीते दिनों भारतीय जनता पार्टी (BJP) से इस्तीफा दे दिया था. जिसके बाद से उनके अगले कदम को लेकर तमाम कयास लगाए जा रहे थे. वहीं, अब वह प्रशांत किशोर की पार्टी में शामिल होंगे. कश्यप 23 जून को जन सुराज का दामन थामेंगे. साथ ही वह इस विधानसभा चुनाव में चनपाटिया से चुनाव लड़ेंगे.
बीजेपी से इस्तीफे की घोषणा के बाद कही थी ये बात
लोकप्रिय यूट्यूबर मनीष कश्यप ने फेसबुक लाइव सेशन के दौरान अपने फैसले की घोषणा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) से आधिकारिक तौर पर इस्तीफा दे दिया था. अपने भावुक संबोधन में कश्यप ने घोषणा की कि वह अब पार्टी के सक्रिय सदस्य नहीं हैं.
उन्होंने पार्टी छोड़ने के कारणों को स्पष्ट करते हुए कहा, "मैं बीजेपी में रहते हुए खुद की रक्षा नहीं कर सका. मैं दूसरों की मदद कैसे कर सकता हूँ?" कश्यप ने पार्टी से निराश होने का संकेत दिया और सुझाव दिया कि पार्टी में उनकी भूमिका अप्रभावी हो गई है.
पिछले महीने कश्यप की डॉक्टरों ने कर दी थी पिटाई
पिछले महीने पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (पीएमसीएच) में कुछ जूनियर डॉक्टरों ने मनीष कश्यप की कथित तौर पर पिटाई कर दी थी. अपने इस्तीफे के बाद कश्यप ने यह भी कहा कि अब वह अन्य मंचों और विभिन्न तरीकों से अपनी आवाज उठाते रहेंगे. विस्तृत जानकारी दिए बिना कश्यप ने आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की संभावना का संकेत दिया था, जिससे यह संकेत मिल गया था कि वे अब और अधिक सक्रिय राजनीति करेंगे.
स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी
फेसबुक पर लाइव आकर मनीष कश्यप ने कहा 'यहां रहने का मतलब ये है कि आप उन भ्रष्टाचार पर पर्दा डालो जो आपकी आंखों के सामने वो भी आपके लोगों के साथ ही हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग के खिलाफ मेरी लड़ाई जारी रहेगी।'
'बिहार के लोगों की जान बचाने की तरफ मैं खड़ा हूं। मेरी लड़ाई किसी व्यक्ति से नहीं है। मेरी लड़ाई स्वास्थ्य व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए है। मैं उस कुर्सी के खिलाफ हूं, जिसपर बैठकर लोगों को लूटा जा रहा है।'
मनीष कश्यप बीजेपी के सदस्यता लेने के बाद झारखंड चुनाव और दिल्ली चुनाव में काफी अहम भूमिका उन्होंने निभाई थी। झारखंड चुनाव में उन्होंने विभिन्न प्रत्याशियों के लिए प्रचार किया था। इस दौरान उनकी मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह से भी हुई थी।
दिल्ली में मनीष कश्यप बीजेपी सांसद मनोज तिवारी के लिए भी चुनाव प्रचार किया था। मनीष को बीजेपी में शामिल करने में मनोज तिवारी ने अहम भूमिका निभाई थी।
आचार संहिता उल्लंघन का मामला हुआ था दर्ज
हालांकि, मनीष कश्यप के निर्दलीय चुनाव लड़ने की भी चर्चा थी। इसी क्रम में चुनावी सभा को संबोधित करने को लेकर उनपर आचार संहिता उल्लंघन का मामला भी दर्ज हुआ था।
बताया जा रहा है कि मनीष कश्यप के साथ पूर्वी चंपारण के दरपा थाना क्षेत्र के नरकटिया गांव निवासी प्रकाश साह और 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
PMCH पिटाई कांड के बाद पार्टी से नाराज दिखे
हाल ही में पीएमसीएच में मनीष के साथ मारपीट हुई थी। उन्होंने कहा कि इस दौरान 'किसी भी भाजपा नेता ने उनका हालचाल नहीं लिया। इससे नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला किया।'
मनीष ने लाइव आकर घोषणा की कि अब वे बिना किसी दबाव के जनहित के मुद्दों पर काम करेंगे।
मार्च में की थी इस्तीफे की बात फिर पलटे
मनीष कश्यप ने इससे पहले 28 मार्च को लाइव आकर कहा था कि वो बीजेपी ने इस्तीफा देने वाले हैं। गुरुवार देर रात उन्होंने कहा था- 'पुलिस ने मेरे यूट्यूब चैनल पर FIR दर्ज की है। मैं शुक्रवार को BJP से इस्तीफा देने जा रहा हूं।'
हालांकि इसके 20 घंटे बाद उन्होंने यू-टर्न ले लिया था। वो अगले दिन शुक्रवार को मनीष छपरा SP राज किशोर सिंह से मिलने उनके आवास पहुंचे। बाहर निकलते ही उन्हें पत्रकारों ने घेर लिया। मनीष कश्यप ने कहा- 'कुछ लोगों ने मेरे ऊपर FIR की खबर चला दी थी। जो गलत खबर थी। मुझे पुलिस ने नोटिस भेजा है केस दर्ज नहीं किया है।'
मां के कहने पर जुड़े थे BJP से
मनीष कश्यप पिछले साल लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा में शामिल हुए थे। उन्हें दिल्ली में पार्टी की सदस्यता दी गई थी। सदस्यता लेने के बाद जेपी नड्डा और नरेंद्र मोदी से मनीष कश्यप ने मुलाकात की थी। बीजेपी में शामिल होने के बाद मनीष कश्यप ने कहा था कि अपनी मां के कहने पर मैंने ये फैसला लिया है।
मनीष का कहना था कि मेरी विचारधारा भारतीय जनता पार्टी से मिलती है। भाजपा में शामिल होने के बाद बीजेपी नेता संजय मयूख के साथ मनीष कश्यप ने तस्वीर भी जारी की थी।
मनीष कश्यप पिछले साल बीजेपी नेता मनोज तिवारी और अनिल बलूनी की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए थे.
18 मार्च 2023 को बेतिया में किया था सरेंडर
मालूम हो कि तमिलनाडु में बिहार के मजदूरों के साथ मारपीट का फर्जी वीडियो शेयर करने को लेकर यूट्यूबर मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ी थी। इस मामले में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने मनीष कश्यप के खिलाफ FIR दर्ज की थी।
जब इस केस में छापेमारी शुरू हुई तो कई दिनों तक गिरफ्तारी के डर से मनीष कश्यप बिहार छोड़कर फरार हो गया था। उसकी तलाश में कई जगहों पर छापेमारी हुई थी।
बेतिया पुलिस ने 18 मार्च 2023 को दूसरे केस में मनीष के घर की कुर्की जब्ती शुरू की तो उसने स्थानीय थाने में सरेंडर किया। उसी दिन पटना से गई EOU की टीम ने उसे अपने केस में कब्जे में लिया था।रिमांड पर लेकर उससे पूछताछ की और उसे जेल भेज दिया था।
मनोज तिवारी की मौजूदगी में ली थी सदस्यता
अप्रैल 2024 में जब लोकसभा चुनाव का माहौल बन रहा था, तब मनीष कश्यप भाजपा में शामिल हुए थे। दिल्ली में भाजपा नेताओं के साथ मंच साझा करते हुए उन्होंने पार्टी की विचारधारा से जुड़ने की बात कही थी। मनोज तिवारी और अनिल बलूनी जैसे नेताओं की मौजूदगी में उन्हें सक्रिय सदस्यता मिली थी।
धीरे-धीरे शुरू हुआ मोहभंग
समय के साथ मनीष का पार्टी से मोहभंग होता गया। उन्होंने 29 मई 2025 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार रैली से खुद को अलग कर लिया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की रैलियों में 'कृत्रिम भीड़' लाई जाती है और बिहार में पार्टी के नेताओं की पकड़ ज़मीनी स्तर पर कमज़ोर हो चुकी है।
इस्तीफा: “अब अपनी आवाज़ अलग मंच से उठाऊंगा”
8 जून को लाइव आकर मनीष ने कहा, “मैं भाजपा का सक्रिय सदस्य नहीं रहा। जब मैं खुद को सुरक्षित नहीं रख पा रहा हूं तो जनता को क्या सुरक्षित रखूंगा।” उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी दबाव में नहीं हैं लेकिन अब एक स्वतंत्र मंच से जनता की बात करेंगे। साथ ही उन्होंने भविष्य में चुनाव लड़ने का संकेत भी दिया।
पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप
इस्तीफे के बाद उन्होंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय पर सीधा हमला बोला और स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार की बात कही। उन्होंने कहा कि उन्हें भीतर से ‘साजिश’ और ‘दबाव’ का सामना करना पड़ा। यही वजह है कि उन्हें पार्टी छोड़नी पड़ी।
कल पवन सिंह से की मुलाकात
वहीं कल लखनऊ में यूट्यूबर मनीष कश्यप ने भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह से मुलाकात की। इस दौरान दोनों की एक तस्वीर सामने आई जिसमें पवन सिंह की मां ने मनीष को आशीर्वाद देते देखा गया। दोनों ने हाल ही में बीजेपी का साथ छोड़ा है और अब बिहार चुनाव से पहले मिलकर रणनीतिक गतिविधियों की योजना बना रहे हैं। दोनों की यह मुलाकात ऐसे समय पर हो रही है जब प्रशांत किशोर की जन-सुराज पार्टी को भी इसमें जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसा कयास लगाया जा रहा है कि मनीष कश्यप के साथ पवन सिंह भी जन सुराज में शामिल हो सकते हैं।