भारत ने एजबेस्टन टेस्ट में रच दिया इतिहास… खत्म हुआ 58 साल का सूखा, इंग्लैंड को उसी के घर में हराया

एजबेस्टन में भारत बनाम इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने कुछ ऐसा कर दिखाया, जो पिछले 93 सालों में कभी नहीं हुआ था। शुभमन गिल की शानदार पारी की बदौलत भारत ने इस मैच में दोनों पारियों को मिलाकर 1000 से ज्यादा रन बना दिए। इससे पहले टेस्ट इतिहास में सिर्फ चार ही टीमों ने ऐसा कारनामा किया है।
एजबेस्टन
भारत और इंग्लैंड के बीच एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी 2025 का दूसरा मुकाबला बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर खेला गया. इस मुकाबले में भारतीय टीम ने 336 रनों से जीत हासिल की. मुकाबले में इंग्लैंड को जीत के लिए 608 रनों का टारगेट मिला था, जिसका पीछा करते हुए उसकी पूरी टीम पांचवें दिन के दूसरे सेशन में 271 रनों पर ऑलआउट हो गई. इंग्लैंड की दूसरी पारी में आकाश दीप ने 6 विकेट झटके. शुभमन गिल की कप्तान में ये भारत की पहली जीत रही. शुभमन ने इस मैच में 269 और 161 रन बनाए थे. इस जीत के साथ ही भारत ने पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-1 की बराबरी कर ली है. सीरीज का तीसरा मुकाबला 10 जुलाई से लॉर्ड्स में खेला जाएगा.
विदेश में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत, 58 साल का सूखा खत्म
देखा जाए तो भारत ने पहली बार बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर टेस्ट जीत हासिल की है. इससे पहले जो उसने इस मैदान पर 8 टेस्ट मैच खेले थे, उसमें से सात में भारतीय टीम को हार का सामना करना पड़ा था. जबकि एक मुकाबला ड्रॉ पर छूटा. भारतीय टीम ने इस मैदान पर पहला टेस्ट जुलाई 1967 में खेला था, जिसमें उसे 132 रनों से पराजय का मुंह देखना पड़ा था. अब भारत ने 58 साल का सूखा खत्म किया है. भारत की विदेशी जमीन पर ये रनों के लिहाज से सबसे बड़ी टेस्ट जीत भी रही. इससे पहले 2019 में एंटीगा टेस्ट में भारत ने वेस्टइंडीज को 318 रनों से हराया था.
बता दें कि भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी 427/6 के स्कोर पर घोषित की थी. मुकाबले में भारतीय टीम ने अपनी पहली पारी में 587 और इंग्लैंड ने अपनी पहली इनिंग्स में 407 रन बनाए. पहली पारी के आधार पर भारत को 180 रनों की बड़ी लीड मिली थी.
इंग्लैंड की ऐसी रही दूसरी पारी
विशाल टारगेट का पीछा करते हुए इंग्लैंड की शुरुआत खराब रही और उसने 50 रनों तक अपने तीन विकेट गंवा दिए. जैक क्राउली (0) को मोहम्मद सिराज ने आउट किया. वहीं बेन डकेट (25) और जो रूट (6) को आकाश दीप ने चलता किया. इसके बाद ओली पोप और हैरी ब्रूक ने चौथे दिन (5 जुलाई) के खेल में इंग्लैंड को कोई और नुकसान नहीं होने दिया था.
पांचवें दिन जब बारिश के खलल के बाद मुकाबला शुरू हुआ तो आकाश दीप ने भारत को जल्द ही सफलता दिला दी. आकाश ने सेट बल्लेबाज ओली पोप को बोल्ड कर दिया, जो 24 रन बना पाए. फिर आकाश ने हैरी ब्रूक (23 रन) को आउट करके भारत को पांचवीं सफलता दिला दी. ब्रूक के आउट होने के बाद बेन स्टोक्स और जेमी स्मिथ ने छठे विकेट के लिए 70 रनों की साझेदारी करके इंग्लैंड को संभालने की कोशिश की. वॉशिंगटन सुंदर ने लंच से ठीक पहले बेन स्टोक्स (33 रन) को आउट करके इस पार्टनरशिप को तोड़ा.
लंच के बाद प्रसिद्ध कृष्णा ने क्रिस वोक्स (7) को आउट किया. वहीं आकाश दीप ने जेमी स्मिथ को आउट करके पारी में पांच विकेट हॉल पूरे किए. आकाश ने पहली बारी टेस्ट पारी में 5 विकेट झटके हैं. स्मिथ ने 99 गेंदों पर 88 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और चार छक्के शामिल रहे. जोश टंग (2) नौवें विकेट के रूप में आउट हुए और उन्हें रवींद्र जडेजा ने चलता किया. वहीं ब्रायडन कार्स (38) को आउट करके आकाश ने भारत को जीत दिला दी. आकाश ने मैच में कुल 10 विकेट झटके.
टेस्ट इतिहास में एक मैच में सबसे ज्यादा टीम टोटल (दोनों पारियों को मिलाकर):
इंग्लैंड – 1121 रन बनाम वेस्टइंडीज, किंग्स्टन, 1930
पाकिस्तान – 1078 रन बनाम भारत, फैसलाबाद, 2006
ऑस्ट्रेलिया – 1028 रन बनाम इंग्लैंड, द ओवल, 1934
भारत – 1014 रन बनाम इंग्लैंड, एजबेस्टन, 2025*
ऑस्ट्रेलिया – 1013 रन बनाम वेस्टइंडीज, सिडनी, 1969
दक्षिण अफ्रीका – 1011 रन बनाम इंग्लैंड, डरबन, 1939
अगर शुभमन गिल की बात करें, तो उन्होंने इस मैच में दो शतक जमाकर (269 और 161) अकेले ही 430 रन बना दिए। उनकी शानदार बल्लेबाजी ने भारत को इस ऐतिहासिक माइलस्टोन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
जीत के हीरो
शुभमन गिल- बर्मिंघम में ऐतिहासिक जीत में भारतीय टीम के लिए कई खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन किया. कप्तान शुभमन गिल ने मैच की दोनों पारी में सेंचुरी लगाई. गिल ने पहली पारी में 269 रन बनाए और दूसरी पारी में 161 रन बनाए.
आकाश दीप- आकाश दीप को सीरीज के पहले टेस्ट मैच में मौका नहीं मिला था. दूसरे मैच में आकाश दीप जसप्रीत बुमराह की जगह पर गए. आकाश दीप ने मैच में बुमराह की कमी खलने नहीं दी. आकाशदीप ने पहली पारी में 4 विकेट लिए और दूसरी पारी में 6 विकेट लिए. बर्मिंघम टेस्ट में जीत में आकाश दीप का बड़ा रोल रहा.
मोहम्मद सिराज– आकाशदीप के अलावा बाकी बॉलर्स ने भी शानदार बॉलिंग की. मोहम्मद सिराज इस समय भारतीय टीम के सबसे अनुभवी खिलाड़ी हैं. दूसरे मैच की पहली पारी में मोहम्मद सिराज ने आकाश दीप के साथ मिलकर शानदार बॉलिंग की. मोहम्मद सिराज ने पहली पारी में पांच विकेट लिए.
रविन्द्र जडेजा- पहले मैच में अच्छा प्रदर्शन न करने की वजह से ऑलराउंडर रविन्द्र जडेजा की काफी आलोचना हुई थी. बर्मिंघम में रविन्द्र जडेजा ने जीत में अहम रोल निभाया. दोनों पारियों में जडेजा ने गिल के साथ अच्छी पार्टनरशिप की. रविन्द्र जडेजा ने दोनों पारियों में फिफ्टी जड़ी. बॉलिंग में रविन्द्र जडेजा को इस मैच में 1 विकेट मिला. सधी बॉलिंग से जडेजा ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों पर दबाव जरूर बनाया.
भारत ने तोड़ा 21 साल पुराना रिकॉर्ड
भारतीय बल्लेबाजों ने इंग्लैंड की धरती पर इतिहास रचते हुए 21 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया. भारतीय बल्लेबाजों ने अब से पहले एक मैच में कभी भी 1000 से ज्यादा रन नहीं बनाए थे. भारत ने एजबेस्टन टेस्ट मैच की दोनों पारियों में मिलाकर 1014 रन बना दिए. भारत ने पहली पारी में 587 रन बनाए थे. वहीं दूसरी पारी में 427 का स्कोर बना दिया. इसके साथ ही ये टीम इंडिया टेस्ट में सबसे बड़ा स्कोर हो गया है. इससे पहले साल 2004 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में दोनों पारियों में मिलाकर 867 रन बनाए थे. भारत ने अपने इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया है.
आकाशदीप-सिराज ने बिखेरी गिल्लियां
भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज और आकाशदीप की धाकड़ गेंदबाजी एजबेस्टन टेस्ट में देखने को मिल रही है. पहली पारी में भी इन दोनों गेंदबाजों ने ही इंग्लैंड के 10 विकेट चटकाए थे. वहीं अब दूसरी पारी में भी इन धाकड़ खिलाड़ियों ने गिल्लियां बिखेरनी शुरू कर दी हैं. चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक इंग्लैंड ने 3 विकेट खोते हुए 72 रन बना लिए हैं. टीम इंडिया को ये मैच जीतने के लिए सात विकेट गिराने हैं. वहीं इंग्लैंड को जीत के लिए 536 रनों की जरूरत है. देखना होगा एजबेस्टन टेस्ट के पांचवें दिन कौन सी टीम बाजी मारती है.
एजबेस्टन के मैदान पर भारत vs इंग्लैंड
कुल टेस्ट मैच: 9
इंग्लैंड ने जीते: 7
भारत ने जीते: 1
ड्रॉ: 1
एजबेस्टन में इंग्लैंड का रिकॉर्ड
कुल टेस्ट मैच: 57
मैच जीते: 30
मैच हारे: 16
ड्रॉ: 11