
गुमला,
झारखंड के गुमला जिला अंतर्गत घाघरा थाना क्षेत्र के लावादाग जंगल में शनिवार सुबह पुलिस और सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में प्रतिबंधित संगठन झारखंड जन मुक्ति मोर्चा (जेजेएमपी) के तीन उग्रवादी मारे गए हैं। मुठभेड़ के बाद सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस ने तीनों उग्रवादियों के शव बरामद कर लिए हैं। घटनास्थल से एक एके-47 राइफल और दो इंसास राइफल समेत भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए।
गुमला एसपी हारिश बिन जमां ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि जेजेएमपी संगठन के उग्रवादी किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं और घाघरा के जंगल में इकट्ठा हुए हैं। सूचना के आधार पर जिला पुलिस और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम ने एक विशेष अभियान चलाया। लावादाग जंगल में जैसे ही सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया, उग्रवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद जवाबी कार्रवाई में सुरक्षाबलों ने तीन उग्रवादियों को ढेर कर दिया। हालांकि, इस दौरान अन्य उग्रवादी घने जंगलों का लाभ उठाकर भागने में सफल रहे। मुठभेड़ के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
इससे पहले, 15 जुलाई को बोकारो जिले के गोमिया थाना अंतर्गत बिरहोरडेरा जंगल में भाकपा माओवादी उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने पांच लाख के इनामी नक्सली कुंवर मांझी समेत दो नक्सलियों को मार गिराया था, जबकि इस कार्रवाई में कोबरा 209 बटालियन का एक जवान शहीद हो गया था। एक नक्सली वर्दी में, जबकि दूसरा साधारण कपड़ों में था।
उल्लेखनीय है कि झारखंड पुलिस ने इस वर्ष राज्य को नक्सलमुक्त करने का लक्ष्य तय किया है। झारखंड में 2025 की शुरुआत से अब तक पुलिस ने 22 नक्सलियों को मार गिराया है। इस दौरान 115 हथियार, 8591 गोलियां, 176.5 किलो विस्फोटक और 4,51,047 रुपये नक्सलियों से जब्त किए गए, जो उन्होंने लेवी के रूप में वसूले थे। साथ ही, 179 आईईडी को खोजकर निष्क्रिय किया गया। यह नक्सलवाद के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई है।