
खरखौदा
लंबे समय से परेशानी का कारण बने खरखौदा-दिल्ली मार्ग पर फेज-2 का निर्माण जल्द शुरू होने से हजारों वाहन चालकों व लोगों को राहत मिलने वाली है। लोक निर्माण विभाग की तरफ से योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए टेंडर काॅल कर कंपनियों से आवेदन की मांग की गई है। जल्द ही टेंडर छोड़कर इस सड़क के बाकी बचे हिस्से का भी निर्माण किया जाएगा जबकि केएमपी से लेकर आईएमटी के गेट तक का निर्माण लोक निर्माण विभाग पहले ही शुरू कर चुका है। स्टेट हाईवे-18 जोकि खरखौदा-दिल्ली मार्ग है, वह लंबे समय से खस्ता हालत में है। इसी मार्ग पर देश और दुनिया में अपनी पहचान बनाने वाले मारुति का प्लांट भी बनकर तैयार हो चुका है।
चार वर्ष से यह मार्ग खस्ता हालात में था
इसके साथ ही पूरी आईएमटी का भी यह मार्ग लाइफ लाइन है, लेकिन चार वर्षाें से यह मार्ग खस्ता हालत में होने के कारण वाहन चालकों के लिए सबसे बड़ी परेशानी बना हुआ है। खरखौदा-दिल्ली मार्ग पर न केवल केएमपी एक्सप्रेसवे पर आवाजाही करने वाले वाहनों की संख्या में बीते कुछ वर्षों में इजाफा हुआ है, वहीं मेरठ-लोहारु राष्ट्रीय राजमार्ग 334बी से आवाजाही करने वाले वाहन भी खरखौदा के रास्ते दिल्ली में प्रवेश करते हैं। जिसके चलते हजारों की संख्या में वाहनों का आवागमन रोजाना दिल्ली मार्ग पर होता है। लेकिन सड़क की खस्ता हालत के चलते मार्ग पर घंटों तक जाम की स्थिति बनी रहती है।
वर्षा के दिनों में आफत
सामान्य दिनों में जहां पिपली गांव के अंदर सड़क पर पानी के जमा होने से सड़क टूटती हैं, वहीं वर्षा के दिनों में यह और बड़ी परेशानी बन जाती है, जिससे वाहन चालकों को समस्याओं से दो-चार होना पड़ता है। वर्षों से वाहन चालक इस समस्या को झेलते आ रहे हैं। कई बार लोक निर्माण विभाग ने इस हिस्से की मरम्मत भी कराई, लेकिन बात नहीं बनी, कुछ ही दिनों में यह सड़क फिर से बिखर गई।
आईएमटी के वाहनों का दबाव बाकी
आईएमटी खरखौदा अभी शुरू नहीं हुई। जैसे-जैसे यहां पर औद्योगिक इकाइयों की संख्या बढ़ेगी, वाहनों का आवागमन और बढ़ेगा। जिसे किसी भी सूरत में खरखौदा-दिल्ली मार्ग झेल नहीं सकेगा। इसी लिए इस सड़क को जल्द से जल्द नए सिरे से निर्माण करने की मांग लगातार उठती रही है।
अब दूसरे फेज का भी होगा निर्माण
लोक निर्माण विभाग की तरफ से आईएमटी खरखौदा के गेट नंबर एक से केएमपी एक्सप्रेसवे तक छह करोड़ 85 लाख रुपये से बनने वाले फेज-एक का काम शुरू किया जा चुका है। वहीं केएमपी से खरखौदा शहर की तरफ से हिस्से के लिए भी टेंडर काॅल की है। इस योजना पर करीब छह करोड़ रुपये खर्च होंगे।