
रांची
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विपक्षी दलों के विधायकों द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के विरोध में विधानसभा में शुक्रवार को काली शर्ट पहनकर आने पर उनकी आलोचना की। राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहे नेता ने मानसून सत्र के अंतिम दिन अपनी नाराजगी जताई। यह सत्र मौजूदा विधानसभा का आखिरी सत्र था क्योंकि कुछ ही महीनों में बिहार चुनाव की घोषणा होने वाली है।
बिहार विधानसभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने प्रश्नकाल शुरू किया तो विपक्षी दल के सदस्य खड़े होकर (एसआईआर) के खिलाफ नारेबाजी करने लगे, जिसके कारण विधानसभा में हंगामा हुआ। यादव ने मजाक में कहा, ‘‘आज बारिश हो रही है। मौसम ठंडा है। आप लोग क्यों गरम हो रहे हैं? सदन को चलने दीजिए। आज आखिरी दिन है।'' इसके तुरंत बाद मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी पर खड़े हुए और बोले, ‘‘ये लोग जो इतना शोर मचा रहे हैं उन्हें विधानसभा के कामकाज की कोई समझ नहीं है। उन्होंने कभी कोई सार्थक काम नहीं किया है।''
विपक्षी दलों के कुछ सदस्यों ने जब इसका विरोध जताया तो सदन के 75 वर्षीय नेता (नीतीश कुमार) ने पलटवार करते हुए कहा, ‘‘आप लोग काले कपड़े क्यों पहन रहे हैं? मैं पिछले कुछ दिनों से आप लोगों को ऐसा करते देख रहा हूं। क्या आपने पहले कभी ऐसा किया है?'' बिहार विधानसभा में दिलचस्प बात यह हुई कि नीतीश कुमार की पार्टी जद (यू) और उनकी सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई विधायक हेलमेट पहनकर सदन में आए थे और उन्होंने दावा किया था कि उन्हें डर है कि उपद्रवी विपक्षी सदस्यों से धक्का-मुक्की कर सकते हैं।
अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से संयम बरतने का अनुरोध किया तथा उन्हें बताया कि सदन की कार्यवाही देखने के लिए स्कूल के कुछ बच्चों को आमंत्रित किया गया है, लेकिन तब तक उनमें से कुछ सदस्य आसन के समीप आ चुके थे। हालांकि, कुछ विपक्षी सदस्यों ने हंगामा जारी रखा और रिपोर्टिंग स्टाफ के लिए रखे गए फर्नीचर को पलटने की कोशिश की। इसके बाद अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही मिनट के भीतर कार्यवाही अपराह्न दो बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी।