
चंडीगढ़
पंजाब में ब्लॉक समिति और जिला परिषद चुनावों के नतीजे आने शुरू हो गए हैं और अलग-अलग इलाकों से सियासी तस्वीर साफ होती जा रही है. कई जगहों पर सत्ताधारी आम आदमी पार्टी, विपक्षी कांग्रेस और शिरोमणी अकाली दल के बीच कड़ा मुकाबला दिख रहा है. इन चुनावों को ग्रामीण राजनीति की दिशा तय करने वाला अहम मुकाबला माना जा रहा है.
इस बार पंजाब में ब्लॉक समिति की कुल 2682 सीटों और जिला परिषद की 342 सीटों के लिए चुनाव कराए गए थे. ब्लॉक समिति की सीटों पर 8314 प्रत्याशी मैदान में थे, जबकि जिला परिषद की सीटों के लिए 1265 उम्मीदवारों ने किस्मत आजमाई. इस तरह दोनों चुनावों में कुल 9579 प्रत्याशी चुनावी रण में उतरे. इनमें से 196 प्रत्याशी निर्विरोध चुने गए, जिन्हें बिना मतदान के ही जीत मिली. रविवार को हुए मतदान में कुल 48 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई. राज्य चुनाव आयोग के मुताबिक, मतदान के दौरान कई जगहों पर तनावपूर्ण हालात जरूर देखने को मिले. कुछ इलाकों से पथराव और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच झड़पें हुईं, लेकिन कहीं भी जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई.
पंजाब विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान के पैतृक गांव संधवान में आम आदमी पार्टी को बड़ा राजनीतिक झटका लगा है. ब्लॉक समिति चुनाव के इस कड़े मुकाबले में शिरोमणि अकाली दल के उम्मीदवार ने ‘आप’ प्रत्याशी को 171 वोटों के अंतर से हराते हुए जीत दर्ज की है. वीआईपी गांव होने के कारण इस सीट पर पूरे पंजाब की नजरें थीं, जहां सत्ताधारी दल और अकाली दल के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिली. स्पीकर के अपने ही गांव में मिली यह हार क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है.
सीएम मान के गढ़ में 'आप' का दबदबा: पैतृक गांव सतौज में लहराया जीत का परचम
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के पैतृक गांव सतौज में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बड़ी चुनावी जीत दर्ज की है. धर्मगढ़ ब्लॉक समिति सीट के लिए हुए चुनाव में ‘आप’ उम्मीदवार हरविंदरपाल ऋषि ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जीत हासिल की. मुख्यमंत्री का अपना गांव होने के कारण इस सीट पर सभी की निगाहें टिकी थीं, जहां पार्टी की साख दांव पर थी. इस जीत ने न केवल स्थानीय स्तर पर पार्टी की पकड़ को मजबूत किया है, बल्कि मुख्यमंत्री के गृह क्षेत्र में उनके प्रति जनता के भरोसे पर भी मुहर लगा दी है.



