
जींद
जिला जींद में HIV/AIDS से प्रभावित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे स्वास्थ्य विभाग गंभीर चिंता में है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जिले में अब तक 2500 से अधिक HIV पॉजिटिव मरीज दर्ज किए गए हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि व्यापक जांच की जाए तो यह संख्या 5000 तक पहुंच सकती है। इस बीमारी का शिकार सभी उम्र के लोग युवा, बुजुर्ग और बच्चे हो रहे हैं।
HIV/AIDS के कारण और फैलने के तरीके
जींद के नागरिक अस्पताल के डॉ. पाले राम के मुताबिक, HIV एक वायरस है जो मानव शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है। यह मुख्य रूप से निम्न कारणों से फैलता है:-
बिना जांच किए HIV संक्रमित रक्त चढ़ाने से
असुरक्षित यौन संबंधों के माध्यम से
नशे के लिए साझा सुई का उपयोग
पुरुषों के बीच यौन संबंध
एड्स से बचाव के प्रभावी उपाय
रक्त की आवश्यकता पर केवल विश्वसनीय ब्लड बैंक से पूरी जांच के बाद रक्त लें।
असुरक्षित यौन संबंधों से बचें और कंडोम का इस्तेमाल करें।
इंजेक्शन के लिए नई और स्टेराइल सिरिंज का उपयोग करें।
डॉ. पाले राम ने बताया कि एड्स का कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन दवाइयों के माध्यम से वायरस के प्रभाव को नियंत्रित किया जा सकता है। हरियाणा सरकार HIV पॉजिटिव मरीजों को मुफ्त दवाइयाँ और 2250 रुपये मासिक पेंशन भी प्रदान कर रही है। दवाइयों के नियमित सेवन से वायरस लोड को कम किया जा सकता है।
जींद जिले के HIV/AIDS आंकड़ों पर एक नजर
कुल HIV मरीज: 2500 से अधिक
2023-24 में नए मामले: 306
2024-25 में नए मामले: 313
अप्रैल 2025 से अब तक नए मामले: 62 (लगभग प्रतिदिन एक नया मरीज)
प्रभावित वर्ग: महिलाएं, बच्चे, युवा और बुजुर्ग
विशेषज्ञ की सलाह
HIV वायरस शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देता है, जिससे टीबी, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। अधिक वायरस लोड होने पर अन्य जटिल बीमारियाँ हो सकती हैं। नियमित दवाइयों के सेवन से वायरस लोड को नियंत्रित कर इन गंभीर बीमारियों से बचाव संभव है।